लगान मूवी का वो डायलॉग याद है ?
तीन गुना लगान देना पड़ेगा ??
आप सभीने ये डायलॉग देखा होगा और मेरी तरह
उस accent में बोलने की कोशिश भी की होगी
मेरे पिताजी एक कहवत की लाइन अक्सर कहते है
जो बोये पेड़ बबुल के… तो आम कहा से होय
इसी से मिलता जुलता एक song भी है जो मुझे
याद आ रहा है…
जो बोयेगा वही पायेगा , तेरा किया आगे आएगा
सुख – दुःख है क्या ? , फल कर्मो का
जैसी करनी वैसी भरनी….जैसी करनी… वैसी… भरनी
( movie: Jaisi Karni waisi bharni – 1989 )
आप लोग सोच रहे होंगे
मैं ये सब क्या बोले जा रहा हु
तो मोहतरमा और आप जनाब
जी… हाँ आप..
गौर फरमाइयेगा
क्या आप जानते है ?
दिवाली से लेके देव-दिवाली
के दौरान
तीन गुना अस्थमा के केस
( दमे की बीमारी के केसेस )
बढ़ जाते है
वैसे भी आज कल vehicles इतने सारे हो गए है
और भी Industries को लेकर Air pollution के issues तो है ही
लेकिन हम भी कम नहीं जनाब
हम खुद लगे पड़े है
सृष्टि को बिगड़ने में
जिन्हे Asthma ( दमा )
होता है वे लोग रात में
दिवाली के पटाखों वाले माहौल में
निकलना avoid करते है
यहाँ तक अपने कमरे की खिड़की दरवाजे भी बंद रखते है
और तो और Generally भी सांस में दिक्कत की शिकायत
आम तौर पे इसी दर्मियाँन बढ़ जाती है
जिन्हे अस्थमा ( दमे की तकलीफ ) नहीं होती उन्हें भी
जी हाँ उन्हें भी
खास कर बुज़ुर्ग..और बच्चे
अस्पतालों और OPD में अक्सर
इसी से related cases होते है
during/after diwali
( as per reports…and conversation with
lungs specialist )
सो
ये हमारे हाथ में है
के हम कम से कम pollution करें
( ना बराबर )
और तो और जो street animals है
उन्हें तक दिक्कत होती है
हम तो फिर भी चल के डाक्टरों के पास जा सकते है
बे-जुबान जानवर बिचारा क्या करें
किस्से शिकायत करें ??
दिवाली रौशनी का त्यौहार है
परिवारों-रिश्तेदारों
दोस्त और यारो से मिलने का त्यौहार है
और अपने सब रहे आमिर खान की तरह हीरो टाइप
लास्ट बाल पे सिक्सर मारने वाले
तो यहाँ ये लास्ट बाल वाला सिक्स क्या है पता है ?
१) पटाखे न जलाये
२) अपने आस-पास स्वच्छता रखें
३) उन रिश्तेदारों /दोस्तों से मिले, जिनसे बहोत कम मिलना होता है
पुरे साल के दौरान
४) बड़ो का आदर सम्मान करे ( दिल से… Genuinely… ना की सिर्फ खर्ची के लिए )
५) किसी के घर रौशनी फैलाइये ( जितना आप से हो सके )
६) और हाँ अपना ख्याल रखें
वर्ना याद रखना…तीन गुना लगान तो चुकाना पड़ेगा
अब इसे पढ़ने के बाद कई सारे लोग हिंदुत्व का झंडा लेके आएंगे के
ये सब सिर्फ हिन्दू त्योहारों पर ही क्यों ???
तो आपकी जानकारी के लिए बता दू ( For your kind information )
My Name Is Dilip Rangwani & I am Asthmatic
कुछ तसवीरें शेर कर रहा हु
हो सकता है
ये तस्वीरें कुछ तकदीरें बदलने में कामयाब रहे
( क्यूंकि… कुछ तो लोग कहेंगे..लोगो का काम है केहना )
तो कुछ लोग कहेंगे के…
इतना देरी से क्यों लिख रहे हो ब्लॉग
तो देरी के लिए मुआफी चाहता हु
वैसे वो कहते है ना… देर आये दुरुस्त आये
अंत में दुष्यंत कुमार जी की कुछ पंक्तियों के साथ इस blog को समाप्त करूँगा
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं
मेरी कोशिश है की…
ये सूरत बदलनी चाहिए
राधे-राधे
– Dilip Rangwani
( Team Flashback Stories )
Shivani Shah
Message is too good 💐💐
Flashback Stories
Thank You 🙂
Laghuta Sharma
Really appreciated
Nice thought
Sorry to late read otherwise I was definitely follow it
Preeti
I hope all people thinkike u say.